महिलाओं की जीवनशैली (Women’s Lifestyle) उन्हें बहुत सारी शारीरिक और मानसिक चुनौतियों से गुजरने पर मजबूर करती हैं. हॉर्मोनल परिवर्तन, मासिक धर्म, गर्भावस्था, मातृत्व और मेनोपॉज – ये सभी जीवन के विभिन्न चरण हैं, जिनमें तनाव और असंतुलन का सामना करना पड़ता है. मेडिटेशन से इन सभी चुनौतियों का सामना करना आसान होता है.
ऐसे में Raman Mittal मेडिटेशन टीचर व इदानिम सह-संस्थापक से जानते हैं कैसे मेडिटेशन मानसिक स्वास्थ्य (Meditation for Mental health) को अच्छा कर सकता है.
मेडिटेशन से महिलाओं की मानसिक सेहत में सुधार
- 1. मानसिक स्वास्थ्य मेडिटेशन से सेरोटोनिन जैसे न्यूरोट्रांसमिटर की मात्रा में वृद्धि होती है, जिससे मन प्रसन्न और शांत रहता है.
- 2. हॉर्मोनल संतुलन मेडिटेशन से पीनियल ग्रंथि की सक्रियता में सुधार होता है, जिससे हॉर्मोनल संतुलन में मदद मिलती है.
- 3. तनाव और चिंता को दूर करना मेडिटेशन में गहरी श्वास प्रणाली से कॉर्टिजोल जैसे तनाव जनक हॉर्मोन की मात्रा कम होती है.
- 4. बेहतर नींद मेडिटेशन से मेलतोनिन हॉर्मोन की स्राव में वृद्धि होती है, जिससे नींद अधिक शांतिपूर्ण और गहरी होती है.
मेडिटेशन कैसे करें?
मेडिटेशन की प्रक्रिया को शुरू करने के लिए आप शांत और आरामदायक जगह चुनें. शुरुआत में, आपको सिर्फ अपने श्वास को ध्यान में लेना है और धीरे-धीरे उसे नियंत्रित करना है. मेडिटेशन की प्रक्रिया को आधुनिक जीवन में जोड़ने के लिए, कई माईंडफुलनेस ऐप्स भी उपलब्ध हैं, जो इस प्रक्रिया को आसान बना सकती हैं.
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